दिल्ली‑NCR और आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन ने Graded Response Action Plan (GRAP) बनाया है। इसे चार चरणों में बांटा गया है:
- GRAP‑1: AQI “Poor” (201–300)
- GRAP‑2: AQI “Very Poor” (301–400)
- GRAP‑3: AQI “Severe” (401–500)
- GRAP‑4: AQI “Emergency” (500+)
GRAP‑1 सबसे पहला चेतावनी चरण है, जिसका मकसद हवा की गुणवत्ता बिगड़ने से पहले नियंत्रित करना और लोगों की सेहत को सुरक्षित रखना है।
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मौजूदा स्थिति
14 अक्टूबर 2025 को दिल्ली‑NCR में AQI लगभग 211 रिकॉर्ड किया गया। इसका मतलब है कि हवा में धूल, धुआँ और वाहनों या फैक्ट्रियों से निकलने वाला प्रदूषण अधिक है।
इस स्थिति में संवेदनशील लोग, जैसे बच्चे, बुजुर्ग और सांस की बीमारी वाले लोग, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं महसूस कर सकते हैं।
GRAP 1 Restrictions में क्या शामिल है?
- खुले में कचरा जलाना: पूरी तरह से बंद, क्योंकि इससे धुआँ और PM2.5 कण बढ़ते हैं।
- निर्माण और ध्वंस प्रोजेक्ट: 500 वर्गमीटर से बड़े कामों में धूल नियंत्रण अनिवार्य।
- सड़क किनारे खाने की जगह और व्यावसायिक रसोई: कोयला या लकड़ी का उपयोग रोका गया।
- डीजल जनरेटर: केवल आपातकाल में अनुमति।
- पुराने वाहन: 10 साल से पुराने डीज़ल और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहन अब सड़क पर नहीं चलेंगे।
- प्रदूषणकारी उद्योग: निगरानी और आवश्यक कार्रवाई।
- पटाखे: निर्माण, बिक्री और भंडारण 1 जनवरी 2026 तक बंद।
जनता के लिए सुझाव
- सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें और निजी वाहन कम चलाएँ।
- कारपूलिंग अपनाएँ, ताकि सड़क पर वाहन कम हों।
- सड़कों की सफाई और पानी छिड़काव में सहयोग दें।
- प्रदूषण रिपोर्ट करने के लिए Green Delhi App, SAMEER App या 311 का इस्तेमाल करें।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, GRAP 1 restrictions का मुख्य उद्देश्य हवा को और खराब होने से रोकना, संवेदनशील लोगों की सुरक्षा करना और जनता में जागरूकता फैलाना है।
अगर आम लोग खुले में कचरा न जलाएँ, पुराने वाहन और डीज़ल जनरेटर का उपयोग टालें, सार्वजनिक परिवहन अपनाएँ और प्रदूषण उल्लंघनों की रिपोर्ट करें, तो AQI नियंत्रित रहेगा और स्वास्थ्य जोखिम कम होंगे।
निष्कर्ष
GRAP 1 restrictions सिर्फ प्रशासन का कदम नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी भी है कि वह नियमों का पालन करे। इससे न केवल आपकी और आपके परिवार की सेहत सुरक्षित रहेगी, बल्कि हवा की गुणवत्ता भी बेहतर बनी रहेगी।